Add To collaction

नान स्टाप राइटिंग चेलैंज 2022 एडीशन 1 एक माँ का अद्भुत निर्णय( भाग 18)

राम अवतार  ने बैंच पर बैठकर जैसे अपने खाने का टिफिन खोला और उसने अखवार मे लिपटी हुई रोटी निकाल कर खाने लगा। रोटी खाकर उसने जैसे  ही रोटी वाले अखवार को फैकने के लिए उठाया तो उसमें एक विज्ञापन पर नजर पडी़।


       विज्ञापन  का हैडिंग था  तलाश और उसके नीचे एक बूढी़ औरत का फोटो  छपा हुआ था।जिसकी नीचे लिखा हुआ था। इन बुजर्ग महिला की तलाश है इनका।नाम सावित्री बाई है। इनकी उम्र 70 बर्ष है। यह हमसे नाराज होकर कहीं चली गयी है इनको पहुँचाने वाले को उचित इनाम दिया  जायेगा।  जिस किसी को यह मिलें अथवा कही घूमती नजर आयें तब नीचे लिखे नम्बर पर फौन करै। अथवा नीचे लिखे पते पर  पहुँचाने की कृपा करै।

    और उसके नीचे उनके घर का पता व फौन नम्बर लिखा हुआ था।

      राम आवतार फोटो देखकर पहचान गया  कि यह फौटो तो उन माताजी का है जो उनके आफिस के बाहर लेटी रहती है। वहाँ से गुजरने वाले यात्री उनको कुछ न कुछ खाने को देजाते थे।

      वह अधिकतर बीमार रहती थी। एक दीन राम अवतार ने उनसे पूछा भी था कि माताजी आपको कहाँ जाना है । तब उन्हौने जबाब दिया था बेटा अब मेरी यात्रा पूरी होने वाली है। अब तो ऊपर वाले के पास ही जाना है वहाँ की कोई टिकट मिलती हो तो  लादे बेटा।

 उस दिन से राम अवतार ने उनके लिए एक बैन्च पर फौम की गद्दी डलवादी थी और  अपने घर से एक भारी सा कम्बल लाकर दे दिया था। अब उनका घर वह प्लेटफार्म ही था।

      राम अवतार ने उनसे उनकी बीती हुई जिन्दगी के बिषय में बहुत पूछा परन्तु वह हर बार चुप होजाती थी।

    आज राम अवतार को उनका पता वह कौन है सब मालूम होगया था राम अवतार खाना खाते ही उनके पास गया और उनके पास नीचे बैठ गया।  बैसे भी उन दोनौ का नाता माँ बेटे जैसा ही होगया था।

       राम अवतार उस अखवार के़ टुकडे पर छपी उनकी तस्वीर दिखाकर बोला " माँजी यह तस्वीर आपकी ही है न यह आपको खोज रहे है आप कहैं तो  फौन करदूँ। "

      "नहीं बेटा उनको मत बुलाना  तुझे मेरी कसम? " इतना कहकर वह बुरी तरह रोने लगी। अब उनके आँसू रुक नहीं रहे थे। राम अवतार  इतने दिनौ बाद आज उनको बोलते व रोते हुए देख रहा था।

      राम अवतार  उनके नजदीक जाकर उनके आँसू पौछते हुए बोला," नहीं माँजी मै किसी को नहीं बुलाऊँगा आप आराम से रहो।लेकिन यह तो बताओ यह कौन लोग है जो आपको खो़ज रहे है। आप इन सभी को छोड़कर क्यौ आगयी?

       "  पहले तू मुझसे एक बायदा कर  कि तू उनको मेरे यहाँ हौने के  बिषय में कुछ नही बतायेगा। फिर तो मै तुझे सब बतादूँगी। ", बुजर्ग औरत् बोली।

       राम अवतार ने सावित्री को कुछ न बताने का बायदा किया तब वह जो अपनी कहानी बताते हुए बोली उसको सुनकर राम अवतार सोचने को मजबूर होगया।

      साबित्री राम अवतार से बोली,"  मेरा भी  भरा पूरा  परिवार है दो बेटे है मेरे पति ने दोंनौ को अच्छी शिक्षा दी थी बडा़बेटा तो डाक्टर बनकर विदेश चला गया और वही शादी करली। लेकिन छोटा यही रहता है। पहले मेरे पति को कैन्सर हुआ  मेरे छोटे बेटे ने बहुत इलाज करवाया अपनी जमीन भी बेचदी। लेकिन हुआ वही जो ईश्वर को मन्जूर था। 

           पति की मौत के बाद मुझे इस दुनिया में कुछ अच्चा धही लगता था। मै रात दिन सोचती रहती जिससू मुझे मेरे शरीर में अनेक बीमारियां घर कर गयी। बडा़ बेटा तो अपने बाप के अन्तिम संस्कार में भी नहीं आया था। सारे फर्ज छोटे ने ही पूरे किये थे।

                  इसके बाद मेरा छोटा बेटा मेरा इलाज करवाने लगा। वह पहले पिताजी का इलाज करवाकर  बहुत कर्जदार था। अब मेरी बीमारी उसे और कर्जदार बनारही थी। मेरे मन मे उथल पथल हौने लगी। और एक बार वह मुझे  मुम्बई चैक करवाने  लेकर गया था जब वह लौटकर आरहा था । इसी स्टेशन पर  रात को गाडी़ रुकी उस समय बेटा सो रहा था मै  उसको सोता छोड़कर उतर गयी और तब से यहाँ हूँ।

          मै उसको परेशान व कर्ज में डूबता हुआ नहीं देख सकती थी।

    आज राम अवतार यह कहानी सुनकर सोचने लगा कि आजतक तो यही सुना था और देखा था कि मा बाप को बेटे घर से बाहर निकाल देते है अथवा बृद्धाश्रम में छोड़ देते है यह तो सुनरखा था परन्तु यह नयी बात सुनी कि माँ बेटे से अपना इलाज करवाकर कर्ज में डूबता हुआ नही देखना चाहती इस लिए घर छोड़ दिया ।

       राम अवतार को घर आकर रात को नींद नहीं आई उसका एक मन कर रहा था कि वह उसके बेटे को बतादे दूसरी तरफ सावित्री को दिया बचन याद आता तब न बताने की सोचता था।

      परन्तु जब राम अवतार सुबह ड्यूटी पर पहुँचा तो  अपने आफिस के सामने भीड़ देखकर उसका माथा ठनक गया। वहाँ जाकर मालूम हुआ कि वह औरत मर चुकी थी।  राम अवतार ने उसी समय उसके बेटे को फौन करके बुलाया और सावित्री की लाश उसको सौपकर पूरी कहानी बताई।

      सावित्री का बूटा बुरी तरह रो रहा था ।लेकिन उनकी डैड बाडी पाकर खुश था कि वह उनका अन्तिम संस्कार तो कर सकेगा।

नान स्टाप राइटिंग चेलैन्जिग के लिए 18 वा भाग।

नरेश शर्मा " पचौरी "

03/08/2022


   16
9 Comments

Chetna swrnkar

17-Aug-2022 08:03 PM

Behtarin rachana

Reply

Seema Priyadarshini sahay

17-Aug-2022 05:11 PM

बेहतरीन रचना

Reply

Mithi . S

17-Aug-2022 06:35 AM

Behtarin rachana

Reply